Dua E Masura In Hindi: नमाज के दौरान पढ़ी जाने वाली दुआ है, जिसे हम नमाज के आखिरी रिकात में पढ़ते है, काफी लोग इसके बदले और भी दुआ पढ़ते है, लेकिन यह दुआ काफी फायदेमंद है, जिसे हम आज हिंदी में पढ़ना सीखेंगे |
दुआ ए मासुरा क्या है?
नमाज के आखरी रिकात में जब हम अताहियात और दरूद शरीफ के बाद जो दुआ पढ़ते है, वो Dua E Masura In Hindi होता है, आखरी रिकात में यह दुआ पढ़ना इसलिए बेहतर है, क्योकि खुद सलअल्लाहो अलैहि व सल्लम ने हजरत अबू बकर रजी अल्लाहु तआलाअन्हु को इस दुआ को पढने कि ताकीद फरमाई है |
दुआ ए मासुरा हिंदी में (Dua E Masura In Hindi)
- बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
- अल्लाहुमा इन्नी जलमतू नफ्सी जुल्मन कसीरा
- वला यगफिरूज जुनुबा इल्ल्ला अन्ता फग्फिरली
- मग फी र तम मिन इनदिका वर हमनी इन्नका
- अन्त्रुल गफुरूर रहीम
दुआ ए मासुरा हिंदी तरजुमा
अल्लाहुमा इन्नी जलमतू नफ्सी जुल्मन कसीरा
वला यगफिरूज जुनुबा इल्ल्ला अन्ता फग्फिरली
मग फी र तम मिन इनदिका वर हमनी इन्नका
अन्त्रुल गफुरूर रहीम
यां अल्लाह! हमने अपने पर बहुत जुल्म किया है,
और गुनाहों को तेरे सिवा कोई माफ़ करने वाला नही है
हमारी यह ख्वाइश है, कि तू हमें माफ़ कर दे
हम पर तू रहम फरमा तू बड़ा माफ़ करने वाला है
अपना रहम व करम हम पर अदा कर |
दुआ ए मासुरा इंग्लिश में (Dua E Masura In Hindi)
- Bismillahir rahmanir rahim
- Allahhumma inni jalmatoo nafsi julman kasira
- Wala yagfiruj junubaa illa anta fagfirli
- Mag fi ra tam min indika war hamni innka
- Antul gafurur Rahim
दुआ ए मासुरा अरबी में (Dua E Masura In Arbi)
اَللّٰھُمَّ أِنِّیْ ظَلَمْتُ نَفْسِیْ ظُلْمًا کَثِیْرًا وَّلَا یَغْفِرُ الذُّنُوْبَ اِلَّا أَنْتَ فَاغْفِرْلِیْ مَغْفِرَةً مِّنْ عِنْدِكَ وَارْحَمْنِیْ أِنَّكَ أَنْتَ الْغَفُوْرُ الرَّحِیْمَ
दुआ ए मासुरा कि फ़ज़ीलत
- दुआ ए मासुरा अपनी गलितयो को अल्लाह व तलाह से माफ़ी मांगने के लिए पढ़ी जाती है |
- अगर आप दुआ ए मासूरा को सच्चे दिल से पढ़ते है, तो अल्लाह व त्ल्लाह आपके अगले पिछले सारे गुनाहों को माफ़ कर देता है |
- यह दुआ सवाब कमाने का एक जरिया है |
- अगर आप इस दुआ को पढने कि आदत डाल देते है, तो आपके घर में बरकत होगी |
- अगर आप इस दुआ को हमेशा पढ़ते है, तो आपका रुका हुआ काम भी हो जाता है |
दुआ ए मासुरा कि जगह कौन सा दुआ पढ़े ?
दुआ ए मासुरा हर मुसलमान को याद रखना काफी जरुरि है, क्योकि यह नमाज का एक हिस्सा है, इसलिए दोस्तों आपको इस दुआ को हमेशा पढ़ना चाहिए लेकिन अगर आपको यह दुआ याद नही है, तो आप रब्बना आतेयना पढ़ सकते है |
आपने क्या सिखा ?
दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपने सिखा दुआ ए मासुरा हिंदी में पढ़े (Dua E Masura In Hindi) तो उम्मीद करता हूँ, ये पोस्ट आपको पसंद आया होगा, पोस्ट पसंद आया हो तो इसे शेयर और हमसे जुड़ने के लिए टेलीग्राम से जुड़े |
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